इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि पत्नी पर व्यभिचार का आरोप तय किए बगैर परिवार अदालत नहीं दे सकती अंतरिम गुजारा भत्ता, मुद्दा विचारणीय

हाईकोर्ट ने अंतरिम गुजारा भत्ता देने के आदेश पर लगाई रोक पत्नी को नोटिस जारी कर मांगा जवाब आगरा /प्रयागराज 31 अक्टूबर । इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 125(4) के अंतर्गत यदि पति द्वारा पत्नी पर व्यभिचार में लिप्त रहने का आरोप है तो परिवार अदालत पहले इस मुद्दे […]

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रेलवे में लोको पॉयलेट के विरुद्ध दायर भरण पोषण वाद निरस्त

पत्नी ने दायर किया था मुकदमा पति, ससुर, ननद के विरुद्ध लगाये थे गम्भीर आरोप स्वयं की शिक्षा योग्यता को छुपा कर दायर किया था भरण पोषण वाद धारा 24 के तहत पूर्व से पति से ले रही थी 5 हजार रुपये मासिक समस्त स्त्री धन एवं नगदी ले जा मायके में रह रही थी […]

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पत्नी के भरण पोषण राशि दिलाने के लिए पति की संपत्ति कुर्क करने के लिए परिवार न्यायालय ने लिखा आगरा के पुलिस कमिश्नर को पत्र

प्रदेश के डीजीपी को भी लिखा एक बार फिर पत्र भरणपोषण की राशि वसूलने में असमर्थ होने पर जारी किया गिरफ्तारी दंडादेश आगरा 18 सितंबर । आगरा के पारिवारिक न्यायाधीश तृतीय माननीय प्रदीप कुमार मिश्रा ने पुलिस कमिश्नर आगरा को एक पत्र भेजकर कहा है कि उनके न्यायालय में लोंगश्री बनाम राम भजन के भरण […]

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भरण पोषण वाद खारिज करने के आदेश

अधिवक्ता पत्नी ने पति के विरुद्ध किया था मुकदमा अदालत ने माना रिटायर पति से ज्यादा कमाती हैं पत्नी भरण पोषण की हकदार नही होने पर किया मुकदमा खारिज आगरा 9 सितंबर । परिवार न्यायालय आगरा ने वादनी की आय उसके पति से अधिक होने के आधार पर भरण पोषण वाद खारिज करने के आदेश […]

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ससुर से भरण-पोषण का दावा करने के लिए विधवा बहू का ससुराल में रहना अनिवार्य नहीं: इलाहाबाद हाईकोर्ट

आगरा के प्रिंसिपल जज फैमिली कोर्ट के निर्णय को दी थी हाईकोर्ट में चुनौती आगरा /प्रयागराज 5 सितंबर। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि ससुर से भरण-पोषण मांगने का दावा करने के लिए विधवा बहू का ससुराल में रहना अनिवार्य नहीं हैं। यह देखा गया कि विधवा महिला द्वारा अपने माता-पिता के साथ रहने का विकल्प […]

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बच्चे की कस्टडी प्राकृतिक माता-पिता को नहीं दी जा सकती, यह बच्चे के कल्याण पर निर्भर करता है : सर्वोच्च न्यायालय

आगरा/नई दिल्ली 29 अगस्त । सर्वोच्च अदालत ने 28 अगस्त बुधवार को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के उस आदेश को अस्वीकार किया, जिसमें एक ढाई वर्ष के बच्चे की कस्टडी उसके पिता को इस आधार पर दी गई थी कि पिता प्राकृतिक अभिभावक है, सर्वोच्च अदालत ने इसे पूरी तरह से गलत दृष्टिकोण कहा। न्यायमूर्ति […]

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बिना किसी कारण के जीवनसाथी को त्यागना क्रूरता : इलाहाबाद हाईकोर्ट

आगरा /प्रयागराज 26 अगस्त । इलाहाबाद हाईकोर्ट ने माना कि हिंदू विवाह में बिना किसी उचित कारण के जीवनसाथी को छोड़ना उस जीवनसाथी के प्रति क्रूरता है, जिसे अकेला छोड़ दिया गया। जस्टिस सौमित्र दयाल सिंह और जस्टिस डोनाडी रमेश की पीठ ने कहा, “हिंदू विवाह संस्कार है, न कि सामाजिक अनुबंध, जहां एक साथी […]

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बच्चे की अस्थायी कस्टडी दे देने से अभिभावक का कस्टडी का प्राकृतिक अधिकार नहीं होता खत्म : सर्वोच्च न्यायालय

आगरा/नई दिल्ली 20 अगस्त । सर्वोच्च न्यायालय ने अपने एक आदेश में कहा कि किसी बच्चे की अस्थाई कस्टडी यदि किसी रिश्तेदार के पास है तो इससे अभिभावक का बच्चे की कस्टडी का प्राकृतिक अधिकार समाप्त नहीं हो जाता और नाबालिग बेटी की कस्टडी उसके पिता को दे दी। घटनाक्रम के अनुसार कोविड 19 के […]

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