शादी से पहले वैवाहिक इतिहास छिपाना गंभीर धोखा: दिल्ली हाईकोर्ट

आगरा/नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में यह स्पष्ट कर दिया है कि शादी से पहले अपने वैवाहिक इतिहास को छिपाना एक गंभीर धोखा है, न कि कोई मामूली गलती। कोर्ट ने कहा कि ऐसा कृत्य विवाह की नींव को ही कमजोर कर देता है और यह ‘तथ्यों का दमन’ (Suppression of facts) […]

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इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा वैदिक या हिंदू रीति-रिवाजों से संपन्न विवाह हिंदू विवाह अधिनियम के तहत वैध,विवाह स्थल महत्वपूर्ण नहीं, संस्कार जरूरी

आगरा /प्रयागराज १७ अप्रैल । इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि आर्य समाज मंदिर में दो हिंदुओं (एक पुरुष और एक स्त्री ) के विवाह भी हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 की धारा 7 के तहत वैध हैं , यदि वे वैदिक या अन्य प्रासंगिक हिंदू रीति-रिवाजों और समारोहों के अनुसार किए गए हो। विवाह स्थल, […]

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मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा कि पत्नी का पोर्न देखना या हस्तमैथुन करना तलाक का आधार नहीं

न्यायालय ने कहा कि यदि पति-पत्नी यौन रोग से पीड़ित हैं तो नहीं दिया जा सकता तलाक इसके लिए उन्हें यह स्पष्ट करने का अवसर नहीं दिया जाना चाहिए कि क्या उनकी है गलती ? आगरा /चेन्नई 20 मार्च । मद्रास उच्च न्यायालय ने हाल ही में फैसला सुनाया कि कोई पति अपनी पत्नी से […]

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सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पति के लिए स्थायी गुजारा भत्ता राशि इस तरह से तय की जानी चाहिए कि पति को दंडित न किया जाए बल्कि पत्नी के लिए सभ्य जीवन स्तर हो सुनिश्चित

सुप्रीम कोर्ट ने उन कारकों की बनाई सूची जिन्हें स्थायी गुजारा भत्ता राशि तय करते समय दिया जाना चाहिए उचित महत्व आगरा /नई दिल्ली 11 दिसम्बर । सुप्रीम कोर्ट ने परवीन कुमार जैन बनाम अंजू जैन मामले में सुनवाई के बाद पति को निर्देश दिया कि वह विवाह विच्छेद पर एकमुश्त समझौते के रूप में […]

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दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को मुस्लिम विवाहों का समयबद्ध तरीके से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने का दिया निर्देश

हाईकोर्ट ने सरकार के मुख्य सचिव को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत संपन्न विवाहों का रजिस्ट्रेशन दिल्ली (विवाह का अनिवार्य पंजीकरण) आदेश, 2014 के अनुसार किया जाए ऑनलाइन आगरा /नई दिल्ली 11 नवंबर । दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस संजीव नरूला ने मुख्य सचिव को व्यक्तिगत रूप से मुस्लिम […]

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बिना किसी कारण के जीवनसाथी को त्यागना क्रूरता : इलाहाबाद हाईकोर्ट

आगरा /प्रयागराज 26 अगस्त । इलाहाबाद हाईकोर्ट ने माना कि हिंदू विवाह में बिना किसी उचित कारण के जीवनसाथी को छोड़ना उस जीवनसाथी के प्रति क्रूरता है, जिसे अकेला छोड़ दिया गया। जस्टिस सौमित्र दयाल सिंह और जस्टिस डोनाडी रमेश की पीठ ने कहा, “हिंदू विवाह संस्कार है, न कि सामाजिक अनुबंध, जहां एक साथी […]

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