योगी यूथ ब्रिगेड के वाद पर मंगलवार को लघुवाद न्यायालय में न्यायाधीश मृत्युंजय श्रीवास्तव की अदालत में हुई बहस ।
आगरा 27 अगस्त ।
ताजमहल/तेजोमहालय में सावन के महीने में जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक एवं अन्य हिंदू त्योहारों पर पूजा अर्चना की मांग को लेकर योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर अजय तोमर की ओर से दायर वाद एवं कोर्ट कमिश्नर नियुक्त के लिए दाखिल प्रार्थना पत्र पर मंगलवार को लघुवाद न्यायालय में न्यायाधीश माननीय मृत्युंजय श्रीवास्तव की अदालत में सुनवाई हुई ।
वहीं प्रतिवादी पुरातत्व विभाग के अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ राजकुमार पटेल की ओर से पेश हुए उनके अधिवक्ता जवाब दाखिल नहीं कर सकें तथा प्रतिवादी के अधिवक्ता ने जवाब दाखिल करने के लिए पुनः समय मांगा और कहा कि उनके पास वाद पत्र की नकल नहीं है जिस पर वादी के अधिवक्ता शिव आधार सिंह तोमर ने कड़ी आपत्ति जताई और न्यायालय से कहा कि प्रतिवादी वाद को विलंबित करना चाहते हैं प्रतिवादी को पूर्व में ही सम्मन और नोटिस के साथ वाद पत्र की नकल एवं कोर्ट कमिश्नर नियुक्त करने की मांग को लेकर दाखिल प्रार्थना पत्र की प्रतिलिपि भेज दी गई थी ।
दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद न्यायालय ने प्रतिवादी पुरातत्व विभाग के अधिवक्ता को कड़ी हिदायत दी की अगली तारीख तक वह अपनी आपत्तियां प्रस्तुत करें । वाद में अगली सुनवाई की तारीख 13 सितंबर नियत की गई है ।
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वादी कुंवर अजय तोमर ने बताया कि प्रतिवादी पुरातत्व विभाग और उनके अधिवक्ता मामले को टालने का प्रयास कर रहे हैं क्योंकि उनके पास कोई जवाब नहीं है इसलिए बार बार न्यायालय से समय मांग रहें और न्यायालय का समय व्यर्थ कर रहे हैं तेजोमहालय करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है ।
उन्होंने कहा कि ताजमहल तेजोमहालय हमारे बाप दादाओं की जमीन है हमने साक्ष्य पेश कर दिए हैं आवश्यकता पड़ेगी तो और भी साक्ष्य न्यायालय में प्रस्तुत करेंगे ।
तेजोमहालय की लड़ाई अंतिम सांस तक लड़ी जाएगी ।
आपको बता दें योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर अजय तोमर ने 23 जुलाई को सावन के महीने में जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक एवं अन्य हिंदू त्योहारों पर पूजा अर्चना की मांग को लेकर अपने अधिवक्ता शिव आधार सिंह तोमर एवं झम्मन सिंह रघुवंशी के द्वारा वाद दाखिल किया था ।
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जिस पर 16 अगस्त को सुनवाई हुई थी प्रतिवादी पुरातत्व विभाग के अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ राजकुमार पटेल को बनाया गया ।
जिनके अधिवक्ता 16 अगस्त को पेश हुए थे और वकालतनामा दाखिल किया था एवं जवाब दाखिल करने का समय मांगा था ।
जिस पर मंगलवार को सुनवाई हुई लेकिन प्रतिवादी ने वाद पत्र की नकल ना होने की बात कही और न्यायालय से जवाब दाखिल करने का समय मांगा ।
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