आगरा 06 नवंबर ।
आर्य संस्कृति संरक्षण ट्रस्ट के फतेहपुर सीकरी के केस संख्या-1049/2024 अजय प्रताप सिंह आदि बनाम के.के. मोहम्मद आदि की सुनवाई अतिरिक्त सिविल जज(सी०डि०) -1 में हुई।
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वादी अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया कि आज दौरान सुनवाई विपक्षी संख्या-1 के.के.मोहम्मद की तरफ से वकालतनामा अधिवक्ता विवेक कुमार ने केस मे प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि के.के. मोहम्मद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, आगरा सर्किल के अधीक्षण पुरातत्वविद रहे है ।
अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अकबर के इबादतखाना नाम के नये स्मारक का निर्माण किया था । इस तथ्य की जानकारी वादी अधिवक्ता को डॉ० डी.वी.शर्मा की पुस्तक “आर्कियोलॉजी ऑफ फतेहपुर सीकरी” से हुई थी, डॉ डी.वी.शर्मा, के. के. मोहम्मद से पहले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग आगरा सर्किल के अधीक्षण पुरातत्त्वविद रहे है ।
डॉ शर्मा ने अपने कार्यकाल के दौरान फतेहपुर सीकरी के वीर छबीली टीले के उत्खनन में 1000 ई० काल के हिन्दू सभ्यता के प्रमाण निकले थे ।
वादी अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया कि फतेहपुर सीकरी का मूल नाम विजयपुर सीकरी है । जिसका नाम बाबर ने बदला था। फतेहपुर सीकरी को सिकरवार राजाओं द्वारा बसाया गया था ।
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फतेहपुर सीकरी केस की सुनवाई माननीय अमृषा श्रीवास्तव के न्यायालय में चल रही है । आज दौरान सुनवाई न्यायालय में वादी पक्ष के वरिष्ठ अधिवक्ता नरेश सिकरवार, एस.पी.सिंह सिकरवार, अजय प्रताप सिंह व विपक्षी अधिवक्ता विवेक कुमार उपस्थित रहे।
न्यायालय ने सुनवाई की अगली तिथि 6 दिसम्बर नियत की है ।
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