आगरा में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में हुआ छह लाख उन्नचास हजार दो सौ बत्तीस (6,49,232) लम्बित वादों का निस्तारण

न्यायालय मुख्य सुर्खियां विवाद निपटान
आगरा जनपद न्यायाधीश एवं अपर जनपद न्यायाधीशगण द्वारा 376 वादों का निस्तारण एवम 13,300/- रूपये जुर्माना धनराशि की गई अधिरोपित
मोटर दुघर्टना दावा अधिकरण द्वारा 181 वादों का निस्तारण एवम पीड़ित पक्षों को 11,25,87,497/- रूपये की प्रतिपूर्ति धनराशि की गई प्रदान
प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय व अन्य परिवार न्यायालयों ने 107 वादों का किया निस्तारण

आगरा 14 सितंबर ।

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं उ० प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देश पर शनिवार 14 सितंबर को दीवानी परिसर आगरा में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।

जिसका शुभारंभ जनपद न्यायाधीश माननीय विवेक संगल द्वारा दीप प्रज्वलन कर एवम माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर किया गया। उ‌द्घाटन कार्यक्रम में माननीय विपिन कुमार (प्रथम) प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय, माननीय नरेन्द्र कुमार पाण्डेय पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, माननीय सुधीर कुमार (चतुर्थ) पीठासीन अधिकारी वाणिज्यिक न्यायालय, माननीय पंकज मिश्रा पीठासीन अधिकारी वाणिज्यिक न्यायालय, माननीय महेश नौटियाल पीठासीन अधिकारी भू-अर्जन पुनर्वासन व व्यवस्थापन प्राधिकरण, माननीय अखिलेश कुमार पाण्डेय अपर जिला जज प्रथम, माननीय राजेन्द्र प्रसाद अपर जिला जज द्वितीय, माननीय रविकान्त (तृतीय) अपर जिला जज तृतीय, माननीय अमरजीत अपर जिला जज / नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत, आगरा, माननीय सोनिका चौधरी अपर जिला जज ,माननीय डा० दिव्यानन्द द्विवेदी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आगरा, माननीय अचल प्रताप सिंह मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं समस्त न्यायिक अधिकारीगण, लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर केनरा बैंक, स्टेट बैंक, आर्यव्रत बैंक , यूनियन बैंक, एचडीएफसी, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा,बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, इंडियन बैंक, यूको बैंक, बंधन बैंक सहित विभिन्न बैंक, बीएसएनएल सहित अन्य मोबाइल कंपनियों के अधिकारी/ प्रतिनिधि, वादकारीगण, पराविधिक स्वयं सेवक एवं कर्मचारीगण आदि उपस्थित थे।

राष्ट्रीय लोक अदालत में आगरा जनपद न्यायाधीश एवं अपर जनपद न्यायाधीशगण द्वारा विभिन्न प्रकार के कुल 376 वादों का निस्तारण किया गया जिसमें कुल जुर्माना धनराशि 13,300/- रूपये अधिरोपित की गई।

राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय व अतिरिक्त परिवार न्यायालयों द्वारा भी 107 वादों का निस्तारण किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत में पीठासीन अधिकारी मोटर दुघर्टना दावा अधिकरण के द्वारा 181 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें पीड़ित पक्षों को 11,25,87,497/- रूपये की प्रतिपूर्ति धनराशि प्रदान की गई।

इस लोक अदालत में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट/अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (रेलवे) / अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट / सिविल जज/अपर सिविल जज / न्यायिक मजिस्ट्रेट व अन्य न्यायालयों द्वारा कुल – 23,810 वादों का निस्तारण किया गया।

इस आयोजन को सफल बनाने हेतु समस्त न्यायालयों द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से कुल 24,474 वादों का निस्तारण किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन दीवानी कचहरी, आगरा के अलावा सभी राजस्व न्यायालयो, समस्त पुलिस आयुक्त न्यायालयों, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त बैंक, फाइनेन्स कम्पनी, टोरेन्ट पावर, लि०, आदि स्तर पर भी किया गया, जिसमें कुल 6,24,758 वादों का निस्तारण का किया गया जिसमें समझौता धनराशि – 13,35,58,466/- रूपये सम्मिलित है।

इस आयोजन में आने वाले आम जनमानस की सुविधा हेतु जगह-जगह पूछताछ केन्द्र बनाये गये जिस पर नामित अधिवक्तागण एवं पराविधिक स्वयं सेवकों की उपस्थिति सुनिश्चित की गयी।

वादीगण द्वारा अपने वादों के निस्तारण हेतु अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित आये न्यायालय परिसर में वादकारीगण / अधिवक्तागण की चहल-पहल रही तथा शान्ति व्यवस्था में न्ययालय की विशेष सुरक्षाबल एवं पुलिस बल पर्याप्त मात्रा में तैनात रहा। राष्ट्रीय लोक अदालत के निस्तारण हेतु बैंक व मोबाइल कंपनियों से संबंधित मामलों से सम्बद्ध पीठों की स्थापना की गई जिनके द्वारा प्रीलिटिगेशन के माध्यम से वादों का निस्तारण किया गया।

माननीय डा० दिव्यानन्द द्विवेदी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा ने बताया कि जनपद आगरा में समस्त प्रकार के प्री-लिटिगेशन एवं विभिन्न न्यायालयों में लम्बित कुल – 6,49,232 वादों का निस्तारण राष्ट्रीय लोक अदालत में किया गया।

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विवेक कुमार जैन
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