सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पति के लिए स्थायी गुजारा भत्ता राशि इस तरह से तय की जानी चाहिए कि पति को दंडित न किया जाए बल्कि पत्नी के लिए सभ्य जीवन स्तर हो सुनिश्चित

सुप्रीम कोर्ट ने उन कारकों की बनाई सूची जिन्हें स्थायी गुजारा भत्ता राशि तय करते समय दिया जाना चाहिए उचित महत्व आगरा /नई दिल्ली 11 दिसम्बर । सुप्रीम कोर्ट ने परवीन कुमार जैन बनाम अंजू जैन मामले में सुनवाई के बाद पति को निर्देश दिया कि वह विवाह विच्छेद पर एकमुश्त समझौते के रूप में […]

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हिंदू विवाह अनुबंध नहीं जिसे सहमति से भंग किया जा सके – हाईकोर्ट

अदालत किसी पक्षकार को अपने मूल बयान पर कायम रहने का दबाव नहीं डाल सकती बदली परिस्थितियों में सहमति वापस लेने के बाद सहमति से विवाह भंग का आदेश अवैध करार ,विवाह विच्छेद की डिक्री रद्द नये सिरे से आदेश पारित करने का निर्देश आगरा / प्रयागराज 17 सितंबर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि […]

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बिना किसी कारण के जीवनसाथी को त्यागना क्रूरता : इलाहाबाद हाईकोर्ट

आगरा /प्रयागराज 26 अगस्त । इलाहाबाद हाईकोर्ट ने माना कि हिंदू विवाह में बिना किसी उचित कारण के जीवनसाथी को छोड़ना उस जीवनसाथी के प्रति क्रूरता है, जिसे अकेला छोड़ दिया गया। जस्टिस सौमित्र दयाल सिंह और जस्टिस डोनाडी रमेश की पीठ ने कहा, “हिंदू विवाह संस्कार है, न कि सामाजिक अनुबंध, जहां एक साथी […]

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