पावर ऑफ अटॉर्नी के बिना पति या पत्नी की ओर से रिट याचिका दायर नहीं की जा सकती: केरल उच्च न्यायालय

आगरा: केरल उच्च न्यायालय ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए यह स्पष्ट किया है कि कोई भी पति या पत्नी दूसरे की ओर से विशेष रूप से अधिकृत पावर ऑफ अटॉर्नी (मुख्तारनामा) के बिना रिट याचिका दायर नहीं कर सकते। न्यायालय ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 226 के तहत मुकदमा करने […]

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सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि किसी बिक्री के लिए एग्रीमेंट के साथ पावर ऑफ अटॉर्नी से अटॉर्नी धारक का संपत्ति में हित पैदा नहीं होगा,प्रिंसिपल की मृत्यु पर ऐसी सामान्य पॉवर ऑफ अटॉर्नी हो जाएगी रद्द

आगरा /नई दिल्ली 28 फरवरी । सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एक फैसले में कहा कि एजेंट के पक्ष में बिना किसी हित के जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी (पीओए) प्रिंसिपल की मृत्यु पर निरस्त हो जाती है। जिससे एजेंसी समाप्त हो जाती है। इसके अतिरिक्त, भले ही पीओए के साथ-साथ बिक्री के लिए एक […]

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