पावर ऑफ अटॉर्नी के बिना पति या पत्नी की ओर से रिट याचिका दायर नहीं की जा सकती: केरल उच्च न्यायालय
आगरा: केरल उच्च न्यायालय ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए यह स्पष्ट किया है कि कोई भी पति या पत्नी दूसरे की ओर से विशेष रूप से अधिकृत पावर ऑफ अटॉर्नी (मुख्तारनामा) के बिना रिट याचिका दायर नहीं कर सकते। न्यायालय ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 226 के तहत मुकदमा करने […]
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