आगरा 27 सितंबर ।
आगरा के वरिष्ठ अधिवक्ता राजेंद्र गुप्ता धीरज के साथ मारपीट, गाली गलौज एवं जान से मारने की धमकी की धाराओं में आगरा के सीएमओ डॉक्टर अरुण श्रीवास्तव, डिप्टी सीएम और डॉक्टर नंदन सिंह, अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉक्टर चंद्रशेखर, डॉ भाग्यश्री महिला चिकित्सक, मनीष निगम लिपिक तथा सुशील पांडे लिपिक अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग आगरा के विरुद्ध वरिष्ठ अधिवक्ता राजेंद्र गुप्ता धीरज ने सीजेएम कोर्ट में एक वाद प्रस्तुत किया है।
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कोर्ट ने वाद दर्ज करते हुए विपक्षियों के लिए नोटिस जारी किए है और मामले की अगली सुनवाई के लिए 10 अक्टूबर 2024 नियत की है।
वादी अधिवक्ता राजेंद्र गुप्ता धीरज ने कोर्ट में प्रस्तुत अपने वाद में कहा है कि दिनांक 27 अगस्त 2024 को शाम करीब 5:30 बजे वह अपने साथी योगेंद्र कुमार के साथ सेंट्रल जेल रोड स्थित अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण आगरा मंडल आगरा कार्यालय में मेडिकल बोर्ड गठित होने की सूचना प्राप्त करने के लिए गए थे।
वहां उपस्थित कार्यालय लिपिक सुशील पांडे ने बताया कि अपर निदेशक मथुरा जिले में निरीक्षण में गए हैं।तो उन्होंने पूछा कि मेरी पुत्री गर्विता राज के मेडिकल के लिए 2 महीने हो गए अभी तक मेडिकल बोर्ड गठित होने की सूचना क्यों नहीं मिली ?
इसके कारण उनकी पुत्री गर्विता राज गुप्ता की नौकरी की फाइल पुलिस कार्यालय में रुकी हुई है । इस पर सीएमओ कार्यालय के बाबू मनीष निगम ने बताया कि सीएमओ साहब ने 13 अगस्त 24 को बोर्ड गठित कर अभ्यर्थी को बुलाया था लेकिन वह नहीं आई इसलिए मेडिकल नहीं हो सका।
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आपने आरटीआई भी लगाई है तो फिर आपकी पुत्री का मेडिकल कैसे हो पाएगा ?
इसी बीच अपर निदेशक की गाड़ी आई और वह गाड़ी से निकलकर अपने कार्यालय चले गए । वादी ने मुलाकात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने मुलाकात करने से मना कर दिया।
जब वादी उक्त कार्यालय से बाहर निकाल कर अपने साथी योगेंद्र कुमार के साथ मोटरसाइकिल पर पीछे बैठकर सीएमओ कार्यालय के सामने आवास विकास सेक्टर 8 की तरफ जा रहा था कि पीछे से एक गाड़ी ने ओवर टेक करके प्रार्थी को आवाज देकर रोका।
तो उन्होंने देखा कि गाड़ी में सीएमओ डॉक्टर अरुण श्रीवास्तव, डिप्टी सीएमओ डॉक्टर नंदन सिंह, डॉ. भाग्यश्री तथा बाबू मनीष निगम बैठे थे।
डॉक्टर अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि तुझे तेरी लडकी के मेडिकल की सूचना दी थी लेकिन तूने अपनी बेटी का मेडिकल नहीं कराया । तू हमारी शिकायत अधिकारियों से करता है और भद्दी भद्दी गालियां देते हुए मारना पीटना शुरू कर दिया ।
लेकिन रास्ता चलते हुए राहगीरों ने किसी तरह उक्त लोगों से प्रार्थी को बचाया।
कोर्ट ने उक्त वाद दर्ज कर अधिवक्ता के बयान हेतु 10 अक्टूबर 24 की तिथि नियत की है |
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आदरणीय बड़े भाई विवेक जैन जी आपको बहुत-बहुत साधुवाद । समाचार देखकर बहुत-बहुत प्रसन्नता हुई ।भविष्य में भी आपसे इसी प्रकार से जुड़े रहेंगे। प्रेम स्नेह निरंतर बना रहेगा । मैं धीरज वाणी के माध्यम से दैनिक कार्यक्रम प्रस्तुत करता हूं फेसबुक पर कार्यक्रम चलता है ।बहुत-बहुत धन्यवाद आपका । आपका सेवक- निर्मल राजेंद्र गुप्ता धीरज एडवोकेट महासचिव राजीव गाधी बर एसोसिएशन /(अध्यक्ष निर्मल गुप्ता मेमोरियल फाउंडेशन पंजीकृत , विधिक एवं जन कल्याणकारी संस्था के द्वारा सामाजिक रूप में सामाजिक स्तर पर कार्य कर रहा हूं आपसे भविष्य में मार्गदर्शन लेता रहूंगा।